टीवी एक्टर ऋतुराज सिंह, 59 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट के चलते हुई मौत-

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टीवी एक्टर और होस्ट ऋतुराज सिंह का निधन हो गया है. उनकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है . वहीं रितु राज सिंह के निधन की खबर से टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है.

टीवी इंडस्ट्री के दिग्गज एक्टर ऋतुराज सिंह का सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को हार्ट अटैक से निधन हो गया. उनकी उम्र 59 साल बताई जा रही है. ऋतुराज को मुम्बई के लोखंडवाला स्थित घर पर ही दिल का दौरा पड़ा था. वहीं एक्टर के अचानक निधन से टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. फैंस को भी काफी सदमा लगा है. .

ऋतुराज  ने कई टीवी शो मे किया काम

90 के‌ दशक में जी टीवी पर आने वाले रिएलिटी गेम शो ‘तोल मोल के बोल’ को होस्ट कर अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले ऋतुराजt सिंह ने टीवी पर कई सीरियल्स, ढेरों फ़िल्मों और ओटीटी शोज में काम‌ किया था.1993 में जी टीवी पर प्रसारित हुआ उनका टीवी शो ‘बनेगी अपनी बात’ भी काफी लोकप्रिय हुआ था. उन्होंने ‘हिटलर दीदी’, ‘ज्योति’, ‘शपथ’, ‘अदालत’, ‘आहट’, ‘दीया और बाती’, वॉरियर हाई’, ‘लाडो 2’ जैसे सीरियल्स में ‌भी अहम भूमिकाएं निभाईं थीं.

अरशद वारसी ने ऋतुराज के निधन पर जताया शोक

सोशल मीडिया पर तमाम फैंस एक्टर को नम आंखों से श्रद्धांजली दे रहे हैं.वहीं तमाम सेलेब्स भी एक्टर की मौत पर दुख व्यक्त कर रहे हैं. बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी ने भी एक्टर को भावभीनी श्रद्धांजली दी. अरशद ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ कि ऋतुराजका निधन हो गया. हम एक ही बिल्डिंग में रहते थे, वह एक निर्माता के रूप में मेरी पहली फिल्म का हिस्सा थे. एक दोस्त और एक महान अभिनेता खो दिया… आपकी याद आएगी भाई…” 

क्‍या होता है कार्डियक अरेस्‍ट?

कार्डियक अरेस्ट एक इमरजेंसी की कंडीशन है जिसमें व्यक्ति का दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है, इसलिए इसे सडन कार्डियक अरेस्ट भी कहते हैं.  इसकी वजह से मस्तिष्क और अन्य अंगों को रक्त की आपूर्ति में कमी या पूर्ण अवरोध आ सकता है. इस स्थिति में व्‍यक्ति को फौरन अस्‍पताल ले जाने की जरूरत होती है. अगर मस्तिष्क और अन्य अंगों को रक्त की आपूर्ति में कमी का तुरंत उपचार नहीं किया जाता है, तो व्यक्ति बेहोश हो सकता है, विकलांगता आ सकती है और मौत भी हो सकती है.

ये हैं लक्षण

गर व्यक्ति अचानक बेहोश जाए
सांस लेने में दिक्‍कत
अचानक से गिर जाना
व्यक्ति को हिलाने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं देना
पल्‍स महसूस न होना
चक्कर आना
जी मिचलाना
छाती में दर्द आद‍ि

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