न्यूयॉर्क – चुनाव से पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को एक बड़ा झटका देते हुए, न्यूयॉर्क के एक न्यायाधीश ने ऋणदाताओं को धोखा देने के मामले में उनपर 355 मिलियन डॉलर का जुर्माना ठोक दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप था, कि उन्होंने ऋण लेने के लिए फ्रॉड किया और इसके तहत उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ा चढ़ाकर पेश कीं, ताकि उन्हें ऋण कम ब्याज दर पर मिले। जुर्माने के अलावा, ट्रम्प को तीन साल के लिए न्यूयॉर्क के किसी भी निगम के अधिकारी या निदेशक के रूप में काम करने से भी रोक दिया गया है।
न्यूयॉर्क राज्य के न्यायाधीश आर्थर एंगोरोन ने ढाई महीने की सुनवाई के बाद अपना फैसला सुनाया है, जिसमें रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को शपथ लेते हुए देखा गया था, कि वह एक धांधलीपूर्ण कानूनी प्रणाली का शिकार हुए हैं।
माना जा रहा है, कि न्यूयॉर्क कोर्ट का डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लगाया गया बड़ा जुर्माना, अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स की एक बड़ी जीत है, जो एक डेमोक्रेट हैं और जिन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकदमा दायर किया था।
अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स का दावा था, कि डोनाल्ड ट्रंप अपनी संपत्ति को लेकर डींगें हांक रहे हैं और उन्होंने सालों से एक भ्रम जाल बना रखा है, कि वो कई गगनचुंबी इमारतों, गोल्फ कोर्स और कई दूसरी संपत्तियों के मालिक हैं, जिसने उन्हें धन, प्रसिद्धि और व्हाइट हाउस मिली। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप के वकीलों ने पहले ही कह दिया था, कि वो न्यूयॉर्क कोर्ट के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने प्रॉपर्टी की कीमतें क्यों बढ़ाकर दिखाईं? अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने साल 2022 में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, जिसके तहत उन्हें ट्रंप की संपत्ति की जांच के लिए अधिकृत किया गया, ताकि धोखाधड़ी का पता चल सके। इस मुकदमे में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ यह आरोप लगाया है, कि उन्होंने अपनी संपत्ति की कीमतों के दाम लगातर बढ़ाकर एक भ्रम का माहौल तैयार किया, जिससे उनकी संपत्ति वास्तविक कीमत के बजाए कई गुना ज्यादा कीमत आंकी गई। न्यूयॉर्क राज्य के वकीलों ने कहा, कि ट्रम्प ने एक साल में अपनी संपत्ति 3.6 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ा-चढ़ाकर बताई थी। वकीलों ने कहा, कि खुद को ज्यादा से ज्यादा अमीर दिखाकर, ट्रम्प ने बेहतर ऋण शर्तों के लिए अर्हता प्राप्त की, ब्याज पर बचत की, और उन परियोजनाओं को पूरा करने में सक्षम हुए, जिन्हें वह बगैर ऐसा किए पूरा नहीं कर पाते। मुकदमा शुरू होने से पहले ही, न्यायाधीश एंगोरोन ने फैसला सुनाया, कि अटार्नी जनरल जेम्स ने साबित कर दिया है, कि ट्रम्प के वित्तीय विवरण, धोखाधड़ी वाले थे। न्यायाधीश ने ट्रम्प की कुछ कंपनियों को उनके नियंत्रण से हटाकर भंग करने का आदेश दिया है। डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ इससे पहले भी निचली अदालत ने फैसला सुनाया था, जिसे अपीलीय कोर्ट ने रोक दिया था। इससे पहले के फैसले में जज ने सुनवाई के दौरान पाया था, कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स में धोखाधड़ी की है, जिसमें उन्होंने अपने ट्रंप टावर को तीन गुना ज्यादा बड़ा बताया था, जबकि फ्लोरिडा स्थिति अपनी मार-ए-लागो प्रॉपर्टी की कीमत भी काफी ज्यादा बताई थी। उनका ट्रम्प टॉवर पेंटहाउस अपने वास्तविक आकार से लगभग तीन गुना बड़ा था और इस विचार के आधार पर, फ्लोरिडा के पाम बीच में उनकी मार-ए-लागो संपत्ति को अधिक महत्व दिया गया था। संपत्ति को आवासीय उपयोग के लिए विकसित किया जा सकता है, भले ही उसने इसे क्लब के अलावा किसी भी उपयोग के लिए विकसित करने के अधिकार छोड़ दिए हों। डोनाल्ड ट्रंप ने फैसले पर क्या कहा? मुकदमे में गवाही देने वाले 40 गवाहों में से एक, डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, कि कोर्ट में जो उनकी संपत्ति को लेकर फाइनेंशियल स्टेटमेंट पेश किया गया है, उसमें उनकी कीमत काफी कम करके बताई गई है और बैंको ने भी अपनी जांच में पाया है, कि वो उनके व्यवसाय से खुश हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कोर्ट को बताया, कि उनके कारोबार में कोई पीड़ित नगहीं है और ऐसा कुछ भी नहीं किया गया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने नवंबर महीने में ये गवाही दी थी। मुकदमे के दौरान, डोनाल्ड ट्रम्प ने न्यायाधीश को “बेहद शत्रुतापूर्ण” और अटॉर्नी जनरल को “एक राजनीतिक हैक” कहा था। जनवरी में क्लोजिंग बहस के दौरान छह मिनट के भाषण में, डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की थी, कि “मैं एक निर्दोष आदमी हूं” और मामले को “मेरे साथ धोखाधड़ी” कहा था। यह मुकदमा ट्रम्प के लिए कई कानूनी सिरदर्दों में से एक है, क्योंकि वह व्हाइट हाउस में वापसी के लिए वो काफी तेजी से अभियान चला रहे हैं। पिछले साल डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चार बार अभियोग जॉर्जिया, वॉशिगंटन डीसी, फ्लोरिडा और मैनहट्टन में चलाया गया था। डोनाल्ड ट्रप के खिलाफ 25 फरवरी को पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल को गुप्त धन देने को लेकर भी फैसला आने वाला है और माना जा रहा है, कि उस केस में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को सजा भी मिल सकती है, जिससे उनकी राष्ट्रपति पद की दावेदारी खतरे में पड़ सकती है।