बंद पड़ी घड़ियां लाती हैं दुर्भाग्‍य, जानें घड़ी से जुड़े ये वास्‍तु टिप्‍स-

के. बी. चतुर्वेदी
Image Source : News 24 Station

आपने सुना होगा कि वास्तु, फेंगशुई विशेषज्ञ द्वारा अक्सर बताया जाता है कि कमजोर बैटरी सेल होने से धीमी गति से चलने वाली घड़ियां गृहस्वामी के भाग्य की गति को भी धीमा कर देती हैं, तथा व्यापार अथवा ऑफिस की गतिविधियों को भी बाधित करती हैं। दीवार पर टंगी बंद घड़ी प्रगति के रुकने की सूचना देती है। 

आइए जानते हैं, घर घड़ी और खुशियों के बारे में …

घड़ी को घर, कार्यालय, ऑफिस, व्यापार स्थल में वास्तु सम्मत सही स्थान पर लगाना प्रगति का सूचक एवं शुभ होता है। समय निरन्तर गतिमान रहता है, इसलिए गतिमान घड़ी सही दिशा में लगी होने से उस घड़ी को देखने वाले का भाग्य भी गतिमान रहता है। घर, कार्यालय, ऑफिस की दीवार पर बंद, रुकी हुई घड़ी नहीं लगी होनी चाहिए। अगर बैटरी से चलने वाली घड़ी का सेल कमजोर है अथवा खत्म हो गया है तो उसे तुरन्त नया सेल लगाकर चालू करें। अगर घड़ी खराब है, तो घड़ी को ठीक करवाएं, नहीं तो खराब घड़ी को कबाड़ी को बेच दें। अक्सर देखने में आया है कि लोग अपनी पुरानी घड़ियों से भावनात्मक लगाव रखते हैं, या फिर किसी अच्छी तस्वीर के साथ घड़ी के जुड़े होने से लोग उन बंद घड़ियों को घर से हटाना नहीं चाहते हैं। जीवन में निरन्तर प्रगति चाहने वालों को किसी भी सूरत में घर में खराब घड़ी अथवा बन्द घड़ी रखने से बचना चाहिए।

  • दक्षिण दिशा के स्वामी मृत्यु के देवता यमराज को माना गया है, इसलिए दक्षिण दिशा की ओर लगी घड़ी में समय देखना अशुभ माना जाता है। दक्षिण दिशा में कभी भी घड़ी नहीं लगानी चाहिए, इस दिशा में घड़ी लगाने से घर से सदस्यों की उन्नति बाधित होती है और घर के मुखिया का स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
  • दरवाजे के ठीक ऊपर भी घड़ी को न लगाएं, दरवाजे पर घड़ी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है जिससे कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार दीवार पर घड़ी लगाने की सबसे शुभ दिशा है, पूर्व और उत्तर क्योंकि पूर्व दिशा और उत्तर दिशा को वृद्धि की दिशा माना गया है, इसलिए घर, कार्यालय, ऑफिस में प्रगति के लिए घड़ी को पूर्वी दीवार अथवा उत्तरी दीवार पर ही लगाना चाहिए जिससे जब भी आपको समय देखना हो तो आपकी नजर पूर्व या उत्तर की दीवार पर ही पड़े।
  • सही दिशा में पेंडुलम वाली घड़ी लगाना शुभ माना गया है, इससे उन्नति के नए अवसर प्राप्त होते रहते हैं।
  • अक्सर देखा गया है, कुछ लोग अपने घर की घड़ी को कुछ मिनट पीछे अथवा कुछ मिनट आगे कर देते हैं। घड़ी को कुछ मिनट पीछे करने वालों का तर्क है, कि ऐसा करने से वे कुछ समय पूर्व घर से निकलकर गन्तव्य तक बिना देरी के पहुंच जाएं। फेंगुशई के अनुसार घर की घड़ी का समय से पीछे चलना अच्छा नहीं माना जाता, इसलिए घड़ी का समय हमेशा सही होना चाहिए, समय आगे या पीछे नहीं होना चाहिए, सही समय वर्तमान में रहना भी सिखाता है जो प्रगति के लिए आवश्यक है।
  • वास्तु फेंगशुई के अनुसार कार्य क्षमता को बढ़ाने एवं घर की ऊर्जा को संतुलित करने के लिए मधुर संगीतमय घड़ी शुभ दिशा में लगानी चाहिए। मधुर संगीत वाली घड़ी लगाने से सकारत्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और घर में घड़ी की मधुर ध्वनि खुशियों में वृद्धि करती है।
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पं. श्री के. बी. चतुर्वेदी ज्योतिष मर्मज्ञ एवं कर्मकाण्ड तीन दशक से ज्योतिष शास्त्र से जुड़े हैं. वैदिक ज्योतिष, अंक ज्योतिष, वास्तु शास्त्र, अंक शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र में गहन दखल रखते हैं. हस्तरेखा, हस्तलिपि एवं हस्ताक्षर अध्ययन में दक्ष हैं. योगिनी ध्यानकर्ता और ज्योतिष के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों में शामिल हो चुके हैं
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